-आठ होटलों व 29 रेस्टोरेंटों में मालिक खुद ही परोसते हैं भोजन और खुद ही उठाते हैं जूठन
-श्रम विभाग से सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी में मिली अजब-गजब जानकारी
नवीन जोशी, नैनीताल। क्या कोई सोच सकता है कि पर्यटकों को विश्व स्तरीय सुविधाएं दिलाते हुए आकर्षित करने वाली सरोवरनगरी में 66 फीसद प्रतिष्ठान बिना कर्मचारियों के ही चल रहे हैं। मजे की बात यह भी है कि इनमें नगर के आठ प्रतिष्ठित होटल और 29 रेस्टोरेंट भी शामिल हैं, जिनके मालिकों ने श्रम विभाग में जानकारी दी है कि उनके यहां एक भी कर्मचारी कार्यरत नहीं है। यानी वह खुद ही ग्राहकों के लिए भोजन तैयार करते हैं, उसे खुद ही परोसते हैं, खुद ही जूठन उठाते हैं और फिर सैलानियों के लिए बिस्तर भी खुद ही बिछाते हैं।
जी हां, यह अजीबो-गरीब खुलासा नगर के निवासी बीआर भसीन द्वारा श्रम विभाग से सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई सूचना में हुआ है। श्रम विभाग द्वारा दी गई सूचना के अनुसार नगर में केवल 1077 प्रतिष्ठान ही श्रम विभाग में पंजीकृत हैं, और इनमें से 66 फीसद से अधिक यानी 711 प्रतिष्ठानों में एक भी कर्मचारी कार्यरत नहीं है। पहले बात नगर के सर्वाधिक कर्मचारियों वाले प्रतिष्ठानों की करें तो इनमें सबसे ऊपर है मनु महारानी होटल। इस होटल में सर्वाधिक 138 कर्मचारी कार्यरत हैं, जबकि नगर से कार्य समेट चुकी एटुजेड कंपनी में 120 कर्मचारी कार्यरत हैं। इनके उलट नगर के आठ होटलों व 29 रेस्टोरेंटों के अलावा 20 टेलर, 13 बारबर शॉप, सात ड्राइक्लीनर, एक मोमबत्ती फैक्टरी, एक प्रिंटिंग प्रेस, माल रोड का एक सबसे बड़ा डिपार्टमेंटल स्टोर तथा 34 कंपनियों की एजेंसी वाली दो एजेंसी भी बिना कर्मचारियों के ही कार्य कर रही हैं। इनके अलावा दो सोसायटी-खुर्पाताल साधन सकारी समिति और न्यू टेक्सटाइल इंपोरियम सोसायटी में भी कोई कर्मचारी तैनात नहीं हैं। साफ तौर पर माना जा सकता है कि श्रम विभाग को दी गई यह सभी, और खासकर कर्मचारियों के बारे में दी गई गलत जानकारियां जानबूझकर श्रम कानूनों से बचने और कर्मचारियों को श्रम विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं, वेतन व अवकाश आदि से बचाने के लिए की गई हैं।
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