राम भजन, जो कि दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल रह चुके हैं, अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना कर चुके हैं। वे एक मजदूर परिवार से हैं और कभी-कभी खुद भी पत्थर तोड़ने के काम करने पड़े हैं। उन्होंने कठिन मेहनत के बाद दिल्ली पुलिस में सेलेक्शन प्राप्त किया। इसके बाद, उन्होंने UPSC की परीक्षा पास करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
राम भजन: गरीबी से पुलिस में सफलता की कहानी
यूपीएससी के परिणाम 2024 के घोषणा के बाद से ही सफल उम्मीदवारों की कामयाबी भरी कहानियां सामने आ रही हैं। इनमें से कुछ उम्मीदवारों ने आर्थिक कठिनाइयों का सामना किया और अपने मेहनत और परिश्रम से मेरिट सूची में जगह बनाई, जबकि कुछ ने बार-बार असफल होने के बावजूद हार नहीं मानी। इन कहानियों में से एक है राम भजन की कहानी।
जीवन की संघर्ष: गरीबी से यूपीएससी तक का सफर
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उनका जन्म एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था, और उन्हें बचपन से ही मजदूरी करनी पड़ी। जब उनकी उम्र मात्र 14-15 साल की थी, तो वे भी अक्सर अपने माता-पिता के साथ मजदूरी करने जाते थे, जहां उन्हें पत्थर तोड़ने का काम करना पड़ता था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से प्राप्त की, और जब उन्होंने 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की, तो उन्हें दिल्ली पुलिस में भर्ती के बारे में पता चला। उन्होंने तैयारी की और कॉन्स्टेबल के पद के लिए चयनित हो गए।