26 और जल्द ठप होने की कगार पर
सातारा, पुणे और पनवेल में भी टीकाकरण बंद
मुंबई। एक तरफ देश में कोरोना की दूसरी लहर से हालात प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच खींचतान तेज हो गई है. मुंबई मनपा प्रशासन ने दावा किया है कि मुंबई में कुल 120 वैक्सीनेशन सेंटर्स है, इसमें प्राइवेट सेंटर्स की संख्या 73 है. जिसमें से 26 बंद हो गए हैं. और बाकी 26 सेंटर जल्द ही बंद हो जाएंगे. बचे हुए 21 सेंटर्स भी टीके का स्टॉक खत्म होने के कारण शुक्रवार तक बंद हो जाएंगे. नवी मुंबई में 23 वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो चुके हैं.
वैक्सीन की कमी को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार पर भेदभाद का आरोप लगाया है. राजेश टोपे ने कहा कि हमें हफ्ते में सिर्फ 17 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज मिली है, जबकि यूपी को 48 लाख, एमपी को 40 लाख और गुजरात को 30 लाख वैक्सीन डोज दी गई है.
पनवेल मनपा के सभी वैक्सीनेशन सेंटर बंद
पनवेल में वैक्सीन की कमी होने के कारण पनवेल मनपा ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सभी वैक्सीनेशन सेंटर्स को कुछ दिनों को लिए बंद करने का फैसला लिया है। पनवेल मनपा प्रशासन के अनुसार पनवेल में तीसरे चरण का वैक्सीन दिया जा रहा है। वैक्सीन की उपलब्धता न होने की वजह से सभी सरकारी और प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटरों को कुछ दिनों के लिए बंद किया जा रहा है। जब तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं होगी तब तक सभी वैक्सीनेशन सेंटर बंद रहेंगे।
सातारा और पुणे में भी टीकाकरण बंद
प्रदेश के सातारा और पुणे जिले में बुधवार रात से कोरोना टीकाकरण मुहिम पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. इसके पीछे बड़ा कारण कोरोना वैक्सीन की कमी बताया जा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से कोरोना वैक्सीन खत्म होने का हवाला दिया है. सातारा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय गौड़ा ने बताया कि सातारा में अब तक 45 साल से अधिक उम्र के 2.6 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. इसी तरह पुणे में भी कोरोना वैकसीन की कमी की वजह से 100 वैक्सीन सेंटर बंद कर दिए गए हैं.