पंजाब में कभी कांग्रेस (Congress) के कद्दावर नेता रहे सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar Joins Congress) ने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है। इस नई सियासी पारी की शुरुआत करते हुए सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, मेरे परिवार की तीन पीढ़ियों ने 50 साल से कांग्रेस (Congress) को अपनी सेवाएं दीं। लेकिन आज मैंने राष्ट्रवाद, एकता और पंजाब के भाईचारे के लिए ये रिश्ता तोड़ दिया।
सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने कहा कि, मैं पंजाब के भाईचारे के लिए लड़ रहा हूं। जो काम बंदूक से निकली गोली नहीं कर सकती है वह काम कांग्रेस की जुबान ने यह कहते हुए कर दिया कि, एक खास समुदाय का व्यक्ति मुख्यमंत्री नहीं चुना जा सकता है। उन्होंने न सिर्फ हिन्दु भाइयों का अपमान किया बल्कि सिख भाइयों को भी अपमानित किया।
नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस (Congress) का प्रमुख बनाने के लिए सुनील जाखड़ को पद से हटा दिया गया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटाने के बाद जाखड़ को सीएम बनाने की तैयारी थी. लेकिन अंबिका सोनी ने ‘सिख स्टेट सिख सीएम’ का तर्क देकर जाखड़ की उम्मीदवारी पर वीटो लगा दिया। वह इस बात से नाराज हैं कि कांग्रेस ने पहली बार पंजाब में हिंदू-सिख की बात की। वह पंजाबी हिंदू हैं और पंजाब में कभी इस तरह का भेदभाव नहीं हुआ।
वहीं पंजाब में विधानसभा चुनाव में हार के बाद सुनील जाखड़ ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी। इसके बाद कांग्रेस ने पिछले महीने उन्हें कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए सभी पदों से हटा दिया था।
उदयपुर में कांग्रेस (Congress) के चिंतन शिविर के समय सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने 14 मई को फेसबुक लाइव के दौरान पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तारीफ करते हुए उन्हे चापलूस नेताओं से दूर रहने की सलाह दी थी।