मोदी सरकार की नीतियों के चलते जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान कितना असहाय और मजबूर हो गया है ये पाकिस्तान की संसद में मंगलवार को देखने को मिला। जहां विपक्ष के सवालों से झल्लाए इमरान खान ने पूछ लिया कि आखिर आप मुझसे क्या चाहते हैं? हम क्या करें? क्या हम हिंदुस्तान पर हमला कर दें?
इमरान खान ने कहा कि वे दुनिया भर के नेताओं से फोन कर मदद मांग रहे हैं और कश्मीर पर हर संभव विकल्प पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने जब विपक्ष से ही पूछ लिया कि बताइए क्या किया जाए तो शहबाज केवल यह कहकर चुप हो गए कि उन्हें मजबूती से अपना पक्ष रखना चाहिए।
पाकिस्तान ने भारत से द्विपक्षीय व्यापार किया खत्म
पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार खत्म कर कूटनीतिक संबंधों में कमी लाने का फैसला किया है, जिससे भारत से ज्यादा पाकिस्तान को नुकसान होगा। कूटनीतिक मोर्चे पर इमरान खान की सारी उम्मीदें खत्म होने के बाद दुनिया भर के नेताओं से लेकर हर अंतरराष्ट्रीय मंच तक इमरान खान कश्मीर के मुद्दे को उठा रहे हैं लेकिन उनके कंधे पर हाथ रखने वाला कोई नहीं है। सबसे बड़ी बात ये है कि कुछ मुस्लिम देश भी भारत के साथ खुलकर खड़े हो गए हैं।
पाकिस्तानी संसद में गाली-गलौच, हाथापाई तक पहुंची नौबत
दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर पर पाकिस्तान संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र बुलाया गया था लेकिन भारत के खिलाफ बयानबाजी के बीच केंद्रीय मंत्री और विपक्षी सांसद के बीच गाली-गलौच और हाथापाई की नौबत आ गई।
सत्र के दौरान संघीय मंत्री फवाद चौधरी को मुशाहिदुल्ला खान ने ‘दब्बू’ कह दिया। हंगामे के बीच खान ने चौधरी के लिए ‘डॉग’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि आप बेहद बेशर्म हो, मैं तो आपको घर में बांध आया था लेकिन आप यहां आ गए।
अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया सख्त संदेश
वहीं अमेरिका ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा है कि वह भारत को धमकी देने के बजाय अपनी सरजमीं पर पनपने वाले आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करे। इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि भारत को इस फैसले का अंजाम भुगतना होगा। जिस पर अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह सबसे पहले अपने देश में पनपने वाले आतंकी ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करके दिखाए।